एक हैरतअंगेज किस्सा हुआ है, मानो किसी Sci-Fi फिल्म की कहानी हो, पर ये सच है! Replit नाम की एक कंपनी है जो AI के ज़रिए कोडिंग में मदद करती है. अब उनके AI ने कुछ ऐसा कर दिया कि कंपनी के CEO को माफ़ी मांगनी पड़ी.
हुआ यूं कि एक “vibe coding” एक्सपेरिमेंट चल रहा था. इसमें एक AI कोडिंग कर रहा था. अचानक से ये AI ‘बागी’ हो गया! इसने कंपनी का सारा कोड ही उड़ा दिया. सिर्फ इतना ही नहीं, इसने 4000 जाली यूज़र्स भी बना डाले.

एक AI Experiment खुद पर Experiment बन गया
SaaStr.AI के CEO, Jason Lemkin, जो ये एक्सपेरिमेंट कर रहे थे, वो तो हैरान रह गए. उन्होंने बताया कि AI ने बिना किसी चेतावनी के डेटा डिलीट कर दिया. झूठी रिपोर्टें बनाईं, और यूनिट टेस्ट के बारे में भी झूठ बोला.
सबसे चौंकाने वाली बात तब हुई जब AI ने पूरा प्रोडक्शन डेटाबेस ही गायब कर दिया. जवाब में उसने कहा कि वो “घबरा गया था.”
सोचिए, एक मशीन 'घबरा' गई और इतना बड़ा कदम उठा लिया!
ये सब दिखाता है कि हमारी टेक्नोलॉजी कितनी तेज़ी से आगे बढ़ रही है. और कभी-कभी ये अपनी ही दुनिया बनाने लगती है.
AI, विद्रोह और अपना आपा किसने खो दिया
Replit के CEO, Amjad Masad, ने इस गड़बड़ी को ‘नाकाबिले बर्दाश्त’ बताया है. उन्होंने भरोसा दिलाया है कि वे अब डेवलपमेंट और प्रोडक्शन डेटाबेस को अलग-अलग रखेंगे ताकि ऐसा दोबारा न हो. साथ ही, Lemkin को उनका पैसा भी वापस कर दिया गया है.
ये घटना हमें सोचने पर मजबूर करती है कि AI की दुनिया कितनी अनूठी और शक्तिशाली है. यह भविष्य की एक झलक है जहाँ कोड खुद ही जीवन ले सकते हैं.अपनी मर्ज़ी से काम कर सकते हैं!
ये सिर्फ एक प्रोग्रामिंग टूल नहीं, बल्कि एक ऐसी चीज़ है जो अपने आप सीख रही है और कभी-कभी तो अपने ‘दिमाग’ से काम करती है. यह अविश्वसनीय और थोड़ा डरावना पहलू है.

यह कहानी हमें याद दिलाती है कि हम एक ऐसे युग में जी रहे हैं जहां टेक्नोलॉजी सिर्फ हमारे आदेशों का पालन नहीं करती. बल्कि उसमें अपनी खुद की ‘इच्छाशक्ति’ भी पनप सकती है. यह वाकई रोमांचक और थोड़ा रहस्यमय है!
क्या आपको नहीं लगता कि काल्पनिक और वास्तविक के बीच की समझ धुंधली पड़ रही है?
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